मुख्यपृष्ठआलेख कृति चर्चा: गोदान;उत्तर-औपनिवेशिक विमर्श /डॉ.राजेन्द्र कुमार साव Unknown शनिवार, मार्च 15, 2014 0 साहित्य और संस्कृति की मासिक ई-पत्रिका 'अपनी माटी' (ISSN 2322-0724 Apni Maati ) मार्च-2014 यह आलेख पढ़ने में फॉण्ट संबंधी दिक्कत आ सकती है अगर दिक्कत हो तो यहाँ क्लिक करके पीडीऍफ़ फोर्मेट में आलेख पढ़िएगा चित्रांकनवरिष्ठ कवि और चित्रकार विजेंद्र जी डॉ राजेन्द्र कुमार साव निराला-काव्य में मानवीय प्रतिबद्धता पर कलकत्ता विश्वविद्यालय से एम् फिल हिन्दी की जनवादी कहानी पर शोध संबोधन,परिंदे, कथाक्रम, वर्तमान साहित्य,जनपथ सहित कई पत्रिकाओं में प्रकाशन, आलोचना की एक पुस्तक कथाकार संजीव' शीघ्र प्रकाश्य। तीन पुस्तकें प्रकाशित है : जनवादी कहानी:अवधारणा और विकास आधुनिक हिन्दी साहित्य के शताब्दी पुरुष निराला:व्यक्ति और काव्य-मानवीय संवेदना 31,बड़ा आएमा,खड़गपुर, पश्चिमी मेदिनीपुर-721304 पश्चिमी बंगाल, मो-8609530456. F&cesue : thedrrkshaw15@gmail.com
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