साहित्य और संस्कृति की मासिक ई-पत्रिका 'अपनी माटी' (ISSN 2322-0724 Apni Maati ) मार्च-2014
लोहिया का मानव सामीप्यवादी समाजवाद और मूल्यबोध
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चित्रांकन वरिष्ठ कवि और चित्रकार विजेंद्र जी |
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भाई भंवर जी के बहाने नंदकिशोर आचार्य जी को पढ़ते हुए लोहिया जी को जानना भी अच्छा सफ़र साबित हुआ.बहुत लम्बे समय बाद अपनी माटी में कोई बातचीत प्रकाशित हुयी आशा है भंवर जी आगे भी देश के नामी और प्रतिबद्ध रचनाकारों से हमें वाकिफ करवाते रहेंगे.दक्षिण भारत में हिन्दी की अलग जगाने वाले भवंर जी को सलाम
जवाब देंहटाएंधन्यवाद माणिक जी।
जवाब देंहटाएंआपको भी इतनी उत्कृष्ट रचनाओं से भरपूर पत्रिका निकालने के लिए बधाई।
मेरी कोशिश आगे भी कुछ आलेख, साक्षात्कार वगैरह देने कि रहेगी।
आपका
भंवर सिंह
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