अनुक्रमणिका -अपनी माटी 27वां अंक तुलसीदास विशेषांक

अनुक्रमणिका : अपनी माटी का 27वां अंक (तुलसीदास विशेषांक)


सम्पादकीय : डॉ. नीलम राठी

बिनु सत्संग विवेक नहि होई
हरि अनंत हरि कथा अनंता
कहानी 
परहित सरिस धर्म नहि भाई 
कत बिधि सृजी नारी जग माही 
सियाराम मय सब जग जानी 
कलिजुग सम जुग आन नहिं
विशेष 
कवित्त विवेक एक नहिं मोरे
जहां सुमति तहं सम्मति नाना
सुरसरि सम सब कह हित होई 
मुखिया मुख सो चाहिए खान पान कौ एक 
अपनी माटी(ISSN 2322-0724 Apni Maati) वर्ष-4,अंक-27 तुलसीदास विशेषांक (अप्रैल-जून,2018)  चित्रांकन: श्रद्धा सोलंकी

4 टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने