माणक अलंकरण की चार दशकीय यात्रा
- डॉ. जनक सिंह मीना
बीज शब्द : पत्रकारिता, खोजपूर्ण, रचनात्मकता, प्रोत्साहन ।
मूल आलेख :
‘दैनिक जलते दीप’ हिन्दी समाचार पत्र का प्रकाशन 1969 में जोधपुर से प्रारंभ हुआ । शुरूआती दौर में यह एक साप्ताहिक समाचार पत्र था और शीघ्र ही दैनिक प्रकाशन प्रारंभ हो गया था और निरंतर प्रकाशित हो रहा है । इसके संस्थापक संपादक स्व. श्री माणक मेहता ने इसे पत्रकारिता के मिशनरी भाव से स्थापित किया था । पत्रकारिता एक ऐसा कार्य है जो बहुआयामी समाज सेवा के साथ सामाजिक चेतना एवं गतिशील रखने में महत्ती भूमिका निर्वहन करता है । इसमें कोई दोराय नहीं है कि पत्रकारिता का क्षेत्र अत्यंत व्यापक एवं प्रकृति अन्तरअनुशासनात्मक है । उत्कृष्ट पत्रकारिता के मापदंडों में जहाँ खोजपूर्ण एवं रचनात्मक तत्वों का शुभार होता है, वहीं गवेशणात्मक और तथ्यात्मक जानकारी आम लोगों तक पहुँचाने वाला प्राण तत्व भी निहित होता है । यह समाचार पत्र उन अग्रणी दैनिक समाचार पत्रों में है जो फर्स्ट ऑन रोटरी 1978, फर्स्ट ऑन ऑफसेट 1984, फर्स्टऑन कंप्यूटराइज डीटीपी 1988 तथा फर्स्ट ऑन 8 पेज 1989 पर प्रकाशित हुआ था । यह समाचार पत्र एक मात्र ऐसा प्रकाशन है जो स्थानीय मारवाड़ी भाषा में एक पूर्ण पृष्ठ देता है । दैनिक जलते दीप का जयपुर संस्करण 26 जनवरी 1999 से लगातार प्रकाशित हो रहा है ।
स्व. माणक मेहता को आंचलिक पत्रकारिता का पुरोधा माना जाता है क्योंकि वे समाचारों की सनसनी की अपेक्षा हमारे सामाजिक जीवन और जनजीवन के मूल्यों की शाश्वतता के पक्षधर थे । माणक जी ने प्रारंभ से ही युवा प्रगतिशील प्रतिभाओं को जलते दीप से जोड़ने का कार्य किया । प्रारंभिक दौर में इस समाचार पत्र से जुड़ने वाले कलमकारों में अक्षय गोजा, नंद भारद्वाज, फारूख आफरीदी, तेजसिंह जोधा, विष्णु पंचारिया, चंद्र प्रकाश, नारायण सिंह इत्यादि जुड़े जिसमें से अनेक महत्वपूर्ण पदों पर पहुँचे और कुछ आज भी हैं । वर्ष 1997 से इस समाचार पत्र ने जर्दा, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट, पान मसाला, शराब और पहेलियों के विज्ञापनों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाकर सामाजिक सरोकारों की शुरूआत करने वाला देश का पहला समाचार पत्र बना ।
12 दिसम्बर 1975 को श्री माणक मेहता को उनका देहावसान हो गया परन्तु उनके अनुज भ्राता श्री पदम मेहता ने उनकी इस धरोहर को अपने जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य मानकर इसकी निरन्तरता के साथ अप्रत्याशित विस्तार और विकास किया । पत्रकारिता के क्षेत्र में खोजपूर्ण, रचनात्मक एवं उत्कृष्टता स्थापित करने के उद्देश्य से दैनिक जलते दीप के संस्थापक संपादक स्व. माणक मेहता की स्मृति में उनकी सातवीं पुण्यतिथि 12 दिसम्बर 1981 को प्रति वर्ष उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से राजस्थान के एक प्रतिभावान पत्रकार को ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई । पुरस्कारों के चयन की घोषणा प्रतिवर्ष 12 दिसम्बर को आयोजित संगोष्ठी में की जाती है । श्री पदम मेहता ने अपने अग्रज के पद चिन्हों पर चलते हुए पत्रकारिता की सुदृढ़ता के लिए न केवल जलते दीप समाचार पत्र तक इसका दायरा रखा अपितु राजस्थान के किसी भी समाचार पत्र या पत्रकारिता के सम्पूर्ण क्षेत्र की व्यापकता को समाहित करते हुए ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार दिये जाने की व्यापक एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण को सामने रखा । वर्ष 1987 से जलते दीप समूह से जुड़े एक पत्रकार को प्रतिवर्ष विशिष्ट पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की परम्परा शुरू हुई ।
पुरस्कार का सफर 1982 से 2000 तक :
दैनिक जलते दीप द्वारा पत्रकारिता के क्षेत्र में दिए जाने वाला पहला ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार वर्ष 1982 में राजस्थान पत्रिका के विशेष संवाददाता विशनसिंह शेखावत को तत्कालीन केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री एच.के.एल. भगत द्वारा प्रदान किया गया जिसके तहत 2500 रुपये नकद राशि, श्रीफल, अभिनंदन पत्र, स्मृति चिन्ह व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया और यह राशि 1987 तक ढाई हजार रुपये ही रही । वर्ष 1983 का ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार जयपुर के स्वतंत्र पत्रकार मिलापचन्द डांडिया को प्रदान किया गया । वर्ष 1984 का पुरस्कार राष्ट्रदूत समाचार पत्र के तत्कालीन दिल्ली स्थित विशेष संवाददाता श्याम आचार्य को राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री हरिदेव जोशी के मुख्य आतिथ्य में प्रदान किया गया । वर्ष 1985 का पुरस्कार डॉ. भंवर सुराणा दैनिक हिन्दुस्तान के विशेष संवाददाताओं को प्रदान किया गया । वर्ष 1986 का पुरस्कार जयपुर में नवभारत टाइम्स के संवाददाता मनोज भटनागर को, 1987 में नवभारत टाइम्स जयपुर के संवाददाता महेश झालानी को प्रदान किया गया ।
वर्ष 1988 से पुरस्कार की राशि बढ़ाकर 5000 रुपये कर दी गई जो 1993 तक रही । वर्ष 1988 में नवज्योति के स्तम्भकार शंभुनाथ पुष्प को ‘माणक अलंकरण’ से सम्मानित किया गया, 1989 में राजस्थान पत्रिका के संवाददाता गोपाल शर्मा को, 1990 का नवभारत टाइम्स संवाददाता अनिल लोढ़ा को, 1991 का पुरस्कार बीकानेर के स्वतंत्र पत्रकार दिलीप बिदावत को, 1992 का माणक अलंकरण हिन्दुस्तान टाइम्स के जयपुर संवाददाता लोकपाल सेठी को तथा वर्ष 1993 का पुरस्कार पीटीआई जयपुर के संवाददाता डॉ. यश गोयल को प्रदान किया गया ।
वर्ष 1994 में पुरस्कार की राशि बढ़ाकर 11000 रुपये कर दी गई जो वर्ष 2008 तक रही । वर्ष 1994 का माणक अलंकरण पुरस्कार राजस्थान पत्रिका के बांसवाड़ा संवाददाता नंद किशोर पटेल को, 1995 में जनसत्ता जयपुर स्थित राजस्थान ब्यूरो प्रमुख आत्मदीप को प्रदान किया गया । 1996 में दैनिक नवज्योति अजमेर के विशेष संवाददाता संतोष कुमार गुप्ता को, 1997 में राजस्थान पत्रिका की पत्रकार सुश्री नर्बदा इन्दौरिया को, 1998 का पुरस्कार दैनिक भास्कर संवाददाता हनुमान गालवा को प्रदान किया गया । वर्ष 1999 का माणक अलंकरण पुरस्कार दैनिक भास्कर के घुमन्तु संवाददाता महेन्द्र भारद्वाज को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदान किया गया । वर्ष 2000 का पुरस्कार राजस्थान पत्रिका के जयपुर संवाददाता प्रदीप शेखावत को प्रदान किया गया ।
इक्कीसवीं सदी में माणक अलंकरण पुरस्कार
(2001 से 2021 तक) :
बीसवीं सदी में 19 लोगों को ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार प्रदान किया गया और पत्रकारिता के क्षेत्र में खोजपूर्ण, रचनात्मक एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिन लोगों का चयन समिति द्वारा चयन किया गया और देश के जिन गणमान्य लोगों द्वारा यह प्रदान किया गया, उससे इस पुरस्कार की प्रतिष्ठा और भी बढ़ गई । पत्रकारिता के क्षेत्र में ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार विजेताओं की प्रतिभा के सम्मान से पत्रकारिता सम्मानित होने लगी और आज पूरे देश में ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार का अपना विशेष स्थान एवं प्रतिष्ठा है । वर्ष 2001 का ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार दैनिक भास्कर जयपुर के संवाददाता राजीव जैन को, 2002 का जैसलमेर के स्वतंत्र पत्रकार विमल भाटिया को, 2003 का राजस्थान पत्रिका के संवाददाता हरिओम पंजवाणी को, 2004 का राजस्थान पत्रिका गंगानगर के संवाददाता अमर पाल सिंह वर्मा को, 2005 का पुरस्कार आउटलुक साप्ताहिक के विशेष संवाददाता कपिल भट्ट को, 2006 का राजस्थान पत्रिका संवाददाता श्रवण कुमार यादव को, 2007 का राजस्थान पत्रिका के मनोज शर्मा को एवं वर्ष 2008 का पुरस्कार नवज्योति संवाददाता अर्जुन पंवार को प्रदान किया गया ।
माणक अलंकरण पुरस्कार की राशि 2009 में बढ़ाकर 21000 रुपये कर दी गई जो आज तक अस्तित्व में है । वर्ष 2009 में माणक अलंकरण पुरस्कार राजस्थान पत्रिका के गंगानगर संवाददाता राजकुमार जैन को, 2010 का पुरस्कार स्वतंत्र पत्रकार कल्याण सिंह कोठारी को प्रदान किया गया । 2011 का माणक अलंकरण पुरस्कार नवज्योति के विशेष संवाददाता देवीसिंह बड़गूजर को, 2012 का पुरस्कार डेलीन्यूज के संवाददाता तनवीर अहमद खान को, 2013 का पुरस्कार राजस्थान पत्रिका के राजेश दीक्षित को, 2014 का डेलीन्यूज के मुख्य उप संपादक विनोद सिंह चौहान को, 2015 का पुरस्कार राजस्थान पत्रिका के मुख्य उप संपादक एम.आई. जाहिर को प्रदान किया गया ।
वर्ष 2016 का माणक अलंकरण पुरस्कार दैनिक भास्कर जयपुर के विशेष संवाददाता आनंद चौधरी को प्रदान किया गया । वर्ष 2017 का माणक अलंकरण पुरस्कार जोधपुर के पत्रकार मनीष बोहरा को प्रदान किया गया । वर्ष 2018 का पुरस्कार दैनिक भास्कर जोधपुर के उप मुख्य संवाददाता मनोज कुमार पुरोहित को प्रदान किया गया । 2019 का माणक अलंकरण पुरस्कार राजस्थान पत्रिका अजमेर के संपादकीय प्रभारी के.आर. मुण्डियार को, 2020 का पुरस्कार राजस्थान पत्रिका जोधपुर के विशिष्ठ उप सम्पादक नंदकिशोर सारस्वत को प्रदान किया जायेगा और वर्ष 2021 का माणक अलंकरण पुरस्कार दैनिक फर्स्ट इण्डिया अंग्रेजी समाचार की जोधपुर ब्यूरो प्रमुख श्रीमती संगीता शर्मा को प्रदान किया जायेगा
जलते दीप द्वारा प्रदत्त अन्य पुरस्कार :
वर्ष 1987 से दैनिक
जलते दीप समूह
से एक पत्रकार
को प्रतिवर्ष विशिष्ट
पुरस्कार से सम्मानित
किया जाता है
जिससे समाचार पत्र
के कार्मिकों की
निष्ठा बनी रहे,
गुणवत्तापूर्ण सामग्री के
मानक स्थापित हो
सकें और स्वयं
के कार्मिकों को
प्रोत्साहन मिलने के
साथ मनोबल ऊँचा
रह सके ।
इन्हीं भावनाओं को
मद्देनजर रखते हुए
कार्मिकों को विशिष्ट
सम्मान प्रदान किया
जाता है जिनमें
अब तक सम्मानित
होने वालों में
हैं – देवीसिंह बड़गूजर,
मनीष व्यास, लीलाराम
थानवी, गुरूदत्त अवस्थी,
एम.एल. पारीक,
ओ.पी. पंडित,
नारायण सिंह रतनू,
डॉ. पद्मजा शर्मा,
सूर्यप्रकाश गाँधी, ललित
शर्मा, राजेन्द्र व्यास,
सुरेश व्यास, मो.
अली पठान, एम.आई. जाहिर, दिनेश
गोठवाल, माणक सालेचा,
अशोक थानवी, महावीर
शर्मा, शहजाद खान,
रामेश्वर बेड़ा, जगदीश
जोशी, विनोद शर्मा,
रवि टेलर, लक्ष्मीकांत
पुरोहित, डॉ. योगेश
शर्मा, एम.आर.
सिंघवी, दिलीप सिंह,
शांतिलाल कोठारी, राजेन्द्र
सिंह गहलोत, अश्वनी
व्यास, शेरूद्दीन खान,
मुकेश मांडण, गोपीनाथ
भट्ट आदि हैं
।
वर्ष 1996 से सरकारी
सेवा से जुड़े
जनसंपर्क कर्मियों के
पत्रकारिता के क्षेत्र
में उत्कृष्ट एवं
उल्लेखनीय कार्यों के
लिए विशिष्ट पुरस्कार
जनसम्पर्क कर्मी पहल
के तहत विशिष्ट
पुरस्कार कार्टूनिस्ट/छायाकार
को प्रदान किया
जाता है ।
इतना ही नहीं
समय के साथ
पत्रकारिता के क्षेत्र
में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के
बढ़ते महत्व एवं
उपयोगिता ने सभी
का ध्यान आकृष्ट
किया है और
प्राथमिक तथ्यों के
रूप में घटना
स्थल की तस्वीरों
सहित सीधा प्रसारण
भी उपलब्ध करवाते
हैं । इन
सबको ध्यान में
रखते हुए जलते
दीप ने वर्ष
2013 से विशिष्ट पुरस्कार
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के
नाम से प्रारंभ
किया है ।
इसी क्रम में
वर्ष 2021 से स्व.
कमला जैन की
स्मृति में राजस्थानी
लेखन से जुड़ी
महिला साहित्यकार को
विशिष्ट पुरस्कार दिये
जाने की शुरूआत
की गई है
जिसके तहत बीकानेर
की डॉ. कृष्णा
आचार्य को पहला
राजस्थानी लेखन, महिला
साहित्यकार विशिष्ट सम्मान
प्रदान किया जाएगा
।
माणक अलंकरण पुरस्कार : एक दृष्टि :
क्र.सं. |
वर्ष |
पुरस्कार पाने वाले का नाम |
सम्बद्धता |
मुख्य अतिथि |
1 |
1982 |
विशनसिंह शेखावत |
राजस्थान पत्रिका, जयपुर |
श्री एच.के.एल. भागवत |
2 |
1983 |
मिलापचन्द डांडिया |
स्वतंत्र पत्रकार, जयपुर |
श्री चन्दनमल वैद |
3 |
1984 |
श्याम आचार्य |
राष्ट्रदूत, दिल्ली |
श्री हरिदेव
जोशी (सी.एम.) |
4 |
1985 |
डॉ. भंवर सुराणा
|
दैनिक हिन्दुस्तान, जयपुर |
श्री जे.के. बालानी |
5 |
1986 |
मनोज भटनागर |
नवभारत टाइम्स, जयपुर |
श्री बी.डी. कल्ला |
6 |
1987 |
महेश झालानी |
नवभारत टाइम्स, जयपुर |
श्री शिवचरण माथुर (सी.एम.) |
7 |
1988 |
शंभुनाथ पुष्प |
नवज्योति |
न्यायाधीश चांदमल
लोढ़ा |
8 |
1989 |
गोपाल शर्मा |
राजस्थान पत्रिका, जयपुर |
श्री भैरोसिंह शेखावत (सी.एम.) |
9 |
1990 |
अनिल लोढ़ा |
नवभारत टाइम्स, जयपुर |
श्री गजसिंह
|
10 |
1991 |
दिलीप बिदावत
|
स्वतंत्र पत्रकार, बीकानेर |
श्री वी.बी.एल. माथुर |
11 |
1992 |
लोकपाल सेठी |
हिन्दुस्तान टाइम्स, जयपुर |
श्री वी.बी.एल. माथुर |
12 |
1993 |
डॉ. यश गोयल |
पीटीआई, जयपुर |
श्री भैरोसिंह शेखावत (सी.एम.) |
13 |
1994 |
नंदकिशोर पटेल |
राजस्थान पत्रिका, बांसवाड़ा |
श्री अशोक गहलोत (एम.पी.) |
14 |
1995 |
आत्मदीप |
जनसत्ता, जयपुर |
श्री हरिशंकर जाभड़ा (डिप्टी सी.एम.)
|
15 |
1996 |
संतोष कुमार गुप्ता |
दैनिक नवज्योति, अजमेर |
डॉ. बलराम जाखड़ |
16 |
1997 |
सुश्री नर्बदा
इन्दौरिया |
राजस्थान पत्रिका |
श्री नाथुसिंह
गुर्जर |
17 |
1998 |
हनुमान गालवा |
दैनिक भास्कर |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
18 |
1999 |
महेन्द्र भारद्वाज |
दैनिक भास्कर, घुमंतु संवाददाता |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
19 |
2000 |
प्रदीप शेखावत |
राजस्थान पत्रिका, जयपुर |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
20 |
2001 |
राजीव जैन |
दैनिक भास्कर, जयपुर |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
21 |
2002 |
विमल भाटिया |
स्वतंत्र पत्रकार, जैसलमेर |
श्री खेतसिंह राठौड़ |
22 |
2003 |
हरिओम पंजवाणी |
राजस्थान पत्रिका, जयपुर |
श्रीमती वसुंधरा राजे (पूर्व सी.एम.) |
23 |
2004 |
अमरपाल सिंह वर्मा |
राजस्थान पत्रिका, गंगानगर |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
24 |
2005 |
कपिल भट्ट |
आउटलुक साप्ताहिक, जयपुर |
श्रीमती सुमित्रा सिंह (वि.स. अध्यक्ष) |
25 |
2006 |
श्रवण कुमार यादव |
राजस्थान पत्रिका, जयपुर |
डॉ. गिरिजा व्यास (रा.म.आ. अध्यक्ष) |
26 |
2007 |
मनोज शर्मा |
राजस्थान पत्रिका |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
27 |
2008 |
अर्जुन पंवार |
नवज्योति |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
28 |
2009 |
राजकुमार जैन |
राजस्थान पत्रिका, गंगानगर |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
29 |
2010 |
कल्याणसिंह कोठारी |
स्वतंत्र पत्रकार |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
30 |
2011 |
देवीसिंह बड़गूजर |
नवज्योति |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
31 |
2012 |
तनवीरअहमद खान |
डेलीन्यूज, जयपुर |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
32 |
2013 |
राजेश दीक्षित |
राजस्थान पत्रिका, जोधपुर |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
33 |
2014 |
विनोद सिंह चौहान |
डेलीन्यूज, जयपुर |
श्री पी.पी. चौधरी |
34 |
2015 |
श्री एम.आई. जाहिर |
राजस्थान पत्रिका, जोधपुर |
श्री पी.पी. चौधरी |
35 |
2016 |
आनंद चौधरी |
दैनिक भास्कर, जयपुर |
श्री गजेन्द्र सिंह
शेखावत (केन्द्रीय मंत्री) |
36 |
2017 |
मनीष बोहरा |
दैनिक भास्कर, जोधपुर |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
37 |
2018 |
मनोज कुमार पुरोहित |
दैनिक भास्कर, जोधपुर |
श्री अशोक गहलोत (सी.एम.) |
38 |
2019 |
के.आर. मुण्डियार |
राजस्थान पत्रिका, अजमेर |
कोरोना के कारण समारोह नहीं हो पाया है । |
39 |
2020 |
नंदकिशोर सारस्वत |
राजस्थान पत्रिका, जोधपुर |
|
40 |
2021 |
श्रीमती संगीता शर्मा |
दैनिक फर्स्ट इण्डिया, जोधपुर |
(स्रोत
– दैनिक जलते दीप,
जोधपुर कार्यालय से
प्राप्त जानकारी)
(तालिका
संख्या 01)
अपने या अपनों
के लिए तो
सभी करते हैं
परंतु जो दूसरों
के लिए करे
वही सच्चा पथ
प्रदर्शक होता है
। यह सब
कर दिखाया है
दैनिक जलते दीप
समाचार पत्र के
संस्थापक स्व. मानक
मेहता की स्मृति
में उनके ही
अनुज भ्राता श्री
पदम मेहता ने,
जिन्होंने सर्वप्रथम 1981 में
पत्रकारिता के क्षेत्र
में खोजपूर्ण, तथ्यात्मक,
रचनात्मक समाचारों तथा
विशेष रिपोर्ताज के
माध्यम से उत्कृष्ट
कार्य करते हुए
राजस्थान की सेवा
करने वाले पत्रकारों,
जनसम्पर्क कर्मियों, छायाकारों,
कार्टूनिस्टों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से
जुड़ी प्रतिभाओं तथा
राजस्थान लेखन महिला
साहित्यकार को विशिष्ट
पुरस्कार दिया जाता
है । इससे
स्पष्ट होता है
कि जिस सद्भावना,
सद्चरित्रता, सद्आचरण एवं
सद् इच्छा से
इस समाचार पत्र
की नींव रखी
गई, उससे एक
कदम आगे बढ़कर
श्री पदम मेहता
ने इनकी आत्मा
को न केवल
जीवित रखा है
अपितु समयानुकूल आवश्यकता
एवं नवीनता का
समावेशन किया है
। श्री पदम
मेहता की सोच
का दायरा अत्यंत
व्यापक है, वहीं
विचारों में स्पष्टता,
तार्किकता, वस्तुनिष्ठता एवं वैज्ञानिक
दृष्टिकोण झलकता है
।
समाचार पत्र अनुसार माणक अलंकरण पुरस्कार :
क्र.सं. |
समाचार पत्रिका का नाम |
अब तक पुरस्कार पाने वाले व्यक्तियों की संख्या |
1 |
राजस्थान पत्रिका |
14 |
2 |
दैनिक भास्कर, |
06 |
3 |
दैनिक नवज्योति |
04 |
4 |
स्वतंत्र पत्रकार |
04 |
5 |
नवभारत टाइम्स |
03 |
6 |
हिन्दुस्तान टाइम्स |
02 |
7 |
डेलीन्यूज |
02 |
8 |
पीटीआई |
01 |
9 |
जनसत्ता |
01 |
10 |
राष्ट्रदूत |
01 |
11 |
आउटलुक साप्ताहिक |
01 |
12 |
दैनिक फर्स्ट इण्डिया |
01 |
कुल |
40 |
जलते दीप के
सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार
के रूप में
‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार 1982 से 2021 की अवधि जो कि चार दशकीय अवधि की अनवरत यात्रा पूरी कर चुका है, से पता चलता है कि यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करने वाले व्यक्ति किसी एक समाचार पत्र, स्थान या पद के नहीं हैं अपितु उनमें विविधता है । ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार पाने वाले सर्वाधिक 14 व्यक्ति राजस्थान पत्रिका से जुड़े हैं जिनमें से 07 व्यक्ति जयपुर से रहे हैं, जबकि 03 जोधपुर से, 02 गंगानगर से, 01 बांसवाड़ा से एवं 01 अजमेर से सम्बन्ध रहे हैं । यह पुरस्कार पाने वाले 40 में से 03 पत्रकार नवभारत टाइम्स, जयपुर से सम्बद्ध रहे हैं । दैनिक हिन्दुस्तान टाइम्स, जयपुर के दो पत्रकार ‘माणक अलंकरण’पुरस्कार पाने में सफल रहे वहीं चार पत्रकार नवज्योति समाचार पत्र से जुड़े रहे । दैनिक भास्कर समाचार पत्र के 06 पत्रकार, 04 स्वतंत्र पत्रकार, 02 डेली न्यूज जयपुर, 01 राष्ट्रदूत, 01 पी.टी.आई. जयपुर, 01 जनसत्ता जयपुर, 01 आउटलुक साप्ताहिक जयपुर तथा 01 दैनिक फर्स्ट इंडिया जोधपुर से सम्बद्ध पत्रकारों को ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार प्रदान किए गए । इस पुरस्कार को प्रदान करने के लिए अभी तक 37 अवसरों में से 18 समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री के मुख्य आतिथ्य में यह पुरस्कार प्रदान किए गए । वहीं अन्य अवसरों पर भी केन्द्र सरकार के मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, सांसद, न्यायाधीश, पत्रकारिता के क्षेत्र में उच्च कीर्तिमान प्राप्त गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में पुरस्कार प्रदान किए गए । जिससे इस पुरस्कार की महत्वता, गरिमा स्वयं सिद्ध है । पत्रकारिता के क्षेत्र में दिए जाने वाले ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम महिला पत्रकार राजस्थान पत्रिका की सुश्री नर्बदा इन्दौरिया रही जिन्होंने वर्ष 1997 में यह पुरस्कार प्राप्त किया । अब तक 40 में से केवल 02 महिलाओं को ही ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार प्रदान किया गया है । श्रीमती संगीता शर्मा जो कि दैनिक फर्स्ट इंडिया, जोधपुर से संबद्ध हैं, को वर्ष 2021 के माणक अलंकरण पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है । इससे स्पष्ट होता है कि पत्रकारिता के क्षेत्र में महिलाओं की या तो भागीदारी कम है अथवा वे अपने अन्य दायित्वों के निर्वहन के साथ इस क्षेत्र में कार्य करती हैं जिससे वे अपना पूरा ध्यान पत्रकारिता में नहीं लगा पाती हैं ।
संदर्भ :
- दैनिक जलते दीप समाचार पत्र के विविध अंक ।
- दैनिक जलते दीप कार्यालय से प्राप्त जानकारी के आधार पर ।
- श्याम आचार्य, माणक जी खुद भी ‘जलते दीप’ के लिए तिल-तिल जले (आलेख)
- प्रो. लक्ष्मीकांत जोशी, मिशन के धनी थे माणक जी (आलेख)
- दैनिक जलते दीप, माणक अलंकरण, 01 अक्टूबर, 2017
- www.dainikjaltedeep.com
(e-paper)
डॉ.जनक सिंह मीना
निदेशक, आदिवासी अध्ययन केन्द्र
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय,जोधपुर, जोधपुर (राज.) – 342011
jsmeena2020@rediffmail.com,
9672751940
अपनी माटी (ISSN 2322-0724 Apni Maati) मीडिया-विशेषांक, अंक-40, मार्च 2022 UGC Care Listed Issue
अतिथि सम्पादक-द्वय : डॉ. नीलम राठी एवं डॉ. राज कुमार व्यास, चित्रांकन : सुमन जोशी ( बाँसवाड़ा )
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