विद्यालयी
शिक्षिकाओं के समायोजन का तुलनात्मक अध्ययन
दीपिका नेगी एवं प्रो0 भीमा मनराल
शोध सार: समायोजन से तात्पर्य वातावरण में होने वाले परिवर्तन के अनुसार अनुकूलन अथवा व्यवहार परिवर्तन की प्रक्रिया से है l समायोजन एक निरंतर प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति स्वयं के अथवा अपने वातावरण के मध्य समरूपता लाने के उद्देश्य से अपने व्यवहार में परिवर्तन लाता है (गेट्स एवं जेर्सिल्ड , 1998) l शिक्षक समायोजन का अर्थ विद्यालय वातावरण, शैक्षणिक सहकर्मियों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, छात्रों, पाठ्यक्रम आदि के साथ शिक्षकों का समायोजन है l शिक्षक समायोजन से तात्पर्य संस्था के शैक्षणिक एवं सामान्य वातावरण के साथ, सामाजिक-मनोवैज्ञानिक-भौतिक समायोजन, व्यावसायिक संबंधों में समायोजन, व्यक्तिगत जीवन समायोजन तथा वित्तीय समायोजन एवं कार्य संतुष्टि से है l शिक्षण में सफलता जीवन के विविध पक्षों में समायोजन से सार्थक रूप से सम्बंधित होती है (गुप्ता, 1977 ) l प्रस्तुत अध्ययन बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयी शिक्षिकाओं के समायोजन के अध्ययन पर आधारित है l प्रस्तुत अध्ययन का मुख्य उद्देश्य माध्यमिक विद्यालयी शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर का आंकलन तथा विभिन्न जनसांख्यिकीय चरों (आयु, शैक्षिक स्तर, शिक्षण अनुभव, पद, तथा विद्यालय के प्रकार ) के आधार पर माध्यमिक विद्यालयी शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर में व्याप्त अंतर की जांच करना था l अधिकतर माध्यमिक विद्यालयी शिक्षिकाओं में औसत स्तर का समायोजन देखा गया तथा बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयी शिक्षिकाओं के समायोजन में जनसांख्यिकीय चरों के आधार पर कोई सार्थक अंतर नहीं पाया गया l |
प्रप्रस्तावना- ‘समायोजन’ शब्द व्यक्ति द्वारा उसके सामाजिक तथा भौतिक वातावरण के साथ तारतम्यता प्राप्त करने अथवा जीवनयापन करने हेतु किये गए संघर्ष पर प्रकाश डालने के उद्देश्य से अनुकूलन के जैविक संप्रत्यय से लिया गया हैl यह व्यक्ति तथा वातावरण के मध्य समरूप संबंधों के रूप में देखा जाता हैl समायोजन मनुष्य अथवा प्राणी के जीवन में स्वयं की आवश्यकताओं, वातावरण की आवश्यकताओं तथा संस्कृति और समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति के उद्देश्य से की जाने वाली क्रियाओं की एक निरंतर प्रक्रिया हैl समायोजन व्यक्ति की आवश्यकताओं तथा परिस्थितियों के मध्य संतुलन स्थापित करने तथा उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति पर प्रभाव डालने में सहायता करता है (शाफेर, 1961)l शिक्षक समायोजन का अर्थ विद्यालय वातावरण, शैक्षणिक सहकर्मियों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, छात्रों, पाठ्यक्रम आदि के साथ शिक्षकों का समायोजन हैl शिक्षक समायोजन से तात्पर्य संस्था के शैक्षणिक एवं सामान्य वातावरण के साथ, सामाजिक-मनोवैज्ञानिक-भौतिक समायोजन, व्यावसायिक संबंधों में समायोजन, व्यक्तिगत जीवन समायोजन तथा वित्तीय समायोजन एवं कार्य संतुष्टि से हैl शिक्षण में सफलता जीवन के विविध पक्षों में समायोजन से सार्थक रूप से सम्बंधित होती है (गुप्ता, 1977)l
सम्बंधित
साहित्य की समीक्षा
येल्लिया
(2012) द्वारा आयोजित अध्ययन में विद्यालयी शिक्षकों में औसत स्तर का समायोजन देखा
गयाl बेरवा (2013) द्वारा आयोजित अध्ययन में उच्च बुद्धि स्तर वाले व्यक्तियों को
निम्न बुद्धि स्तर वाले व्यक्तियों की तुलना में बेहतर समायोजित पाया गयाl कौर
(2013) द्वारा अपने शोध अध्ययन में सामान्य जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा अनुसूचित
जाति के शिक्षकों के समायोजन स्तर के मध्य कोई सार्थक अंतर नहीं पाया गयाl
थिलागावाथी (2013) द्वारा आयोजित अध्ययन में हाई स्कूल शिक्षकों में उत्तम तथा
संतुष्टिजनक स्तर का समायोजन देखा गया तथा सरकारी एवं निजी विद्यालयी शिक्षकों के
समायोजन स्तर के मध्य सार्थक अंतर पाया गयाl
अध्ययन
का महत्त्व
राष्ट्र
की वृद्धि, विकास तथा सम्पन्नता में शिक्षक की भूमिका को अनदेखा नहीं किया जा सकता
हैl शिक्षक ही भविष्य के समाज को आकार देता है तथा आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रीय लक्ष्यों
की सफल प्राप्ति की ओर अग्रसर करने में मुख्य भूमिका निभाता हैl किसी भी क्षेत्र
में व्यक्ति की सफलता और असफलता को निर्धारित करने में समायोजन की महत्वपूर्ण
भूमिका होती हैl शिक्षण में सफलता जीवन के विविध पक्षों में समायोजन से सार्थक रूप
से सम्बंधित होती है (गुप्ता, 1977)अग्रवाल, गुप्ता तथा सक्सेना (1978) के अनुसार
सकारात्मक दृष्टिकोण तथा बेहतर समायोजन सदैव अच्छे और सामर्थ्यवान शिक्षक बनने का
मार्ग प्रशस्त करता हैl अतः विद्यालयों में शिक्षकों के समायोजन को निश्चित करने
हेतु अध्ययन किया जाना अत्यंत आवश्यक हैl हालाँकि, बागेश्वर जनपद में शिक्षकों के
समायोजन पर कोई व्यवस्थित अध्ययन नहीं किया गया हैl उपरोक्त कारणों से शोधकर्ती द्वारा किए गए प्रस्तुत अध्ययन के चयन को औचित्य प्राप्त हुआ हैl अतः विद्यालयों में शिक्षकों के
समायोजन के महत्त्व को ध्यान में रखते हुए, प्रस्तुत अध्ययन में बागेश्वर जनपद की शिक्षिकाओं
के समायोजन स्तर को ज्ञात करने का प्रयास किया गया हैl
अध्ययन
के उद्देश्य
1.
बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में
कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर को ज्ञात करनाl
2.
बागेश्वर
जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर की तुलना
करनाl
अध्ययन
की परिकल्पनाएं
1: माध्यमिक
विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर में कोई सार्थक अंतर नहीं होता
हैl
अध्ययन
में प्रयुक्त पदों की कार्यात्मक परिभाषा-
1- शिक्षक
समायोजन
शिक्षक
समायोजन से तात्पर्य संस्था के शैक्षणिक
एवं सामान्य वातावरण के साथ समायोजन, सामाजिक-मनोवैज्ञानिक-भौतिक समायोजन,
व्यावसायिक संबंधों में समायोजन, व्यक्तिगत जीवन समायोजन तथा वित्तीय समायोजन एवं
कार्य संतुष्टि से हैl प्रस्तुत अध्ययन में माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं
द्वारा शिक्षक समायोजन मापनी पर अर्जित प्राप्तांको को शिक्षक समायोजन के रूप में
लिया गया हैl शिक्षक समायोजन मापनी पर अर्जित उच्च प्राप्तांको से अभिप्राय शिक्षक
समायोजन के उच्च स्तर से हैl
2- विद्यालय
प्रस्तुत अध्ययन में
विद्यालयों के रूप में कक्षा 6 से 12 तक की कक्षाओं वाले माध्यमिक विद्यालयों को
सम्मिलित किया गया हैl
3- शिक्षिकाएं
प्रस्तुत
अध्ययन में विद्यालयी शिक्षिकाओं से तात्पर्य 25-55 आयुवर्ग की विवाहित एवं
संतान्युक्त शिक्षिकाओं से हैl
अध्ययन
की परिसीमाएं
1- प्रस्तुत
अध्ययन में केवल बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं को
ही सम्मिलित किया गया है l
2- प्रस्तुत
अध्ययन में केवल शासकीय तथा निजी माध्यमिक विद्यालयों में
कार्यरत शिक्षिकाओं को ही सम्मिलित किया गया है l
3- प्रस्तुत
अध्ययन में केवल 25-55 आयुवर्ग की विवाहित एवं संतान्युक्त शिक्षिकाओं को ही
न्यादर्श के रूप में चयनित किया गया है l
4- न्यादर्श
का आकार 200 रखा गया हैl
5- प्रस्तुत
अध्ययन में शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर का उनकी आयु, शैक्षिक स्तर, शिक्षण अनुभव तथा
विद्यालय के प्रकार के सन्दर्भ में ही
अध्ययन किया गया है l
अध्ययन
की कार्यप्रणाली
1- शोध
विधि- प्रस्तुत अध्ययन एक मात्रात्मक शोध है तथा इसमें वर्णनात्मक एवं
आनुमानिक विश्लेषण सम्मिलित हैl
2- न्यादर्श-
बागेश्वर जनपद के शासकीय तथा निजी माध्यमिक विद्यालयों में
कार्यरत 200 शिक्षिकाओं (प्रत्येक प्रकार के विद्यालय से 100 शिक्षिकाएं )
को उद्देश्यपूर्ण न्यादर्शन विधि की सहायता से उक्त शोध अध्ययन हेतु चयनित किया
गयाl
3- शोध उपकरण-
प्रस्तुत अध्ययन हेतु एस0 के0 मंगल द्वारा निर्मित मंगल शिक्षक समायोजन अनुसूची
(1979) द्वारा प्रदत्तों का संग्रहण किया गयाl
4- प्रदत्तो
का सांख्यिकीय विश्लेषण- चयनित शिक्षिकाओं के न्यादर्श से प्राप्त आंकड़ो का SPSS के संस्करण 29.0.1.0 के अनुप्रयोग द्वारा सांख्यिकीय
विश्लेषण किया गयाl
निष्कर्ष एवं व्याख्या –
बागेश्वर जनपद के माध्यमिक
विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं का समायोजन स्तर
बागेश्वर जनपद के माध्यमिक
विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं द्वारा शिक्षक समायोजन अनुसूची में अर्जित
प्राप्तांको को माध्य, मानक विचलन, विषमता तथा ककुदता की गणना हेतु प्रयोग किया
गया l सारणी - 1 में माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर
को प्रदर्शित किया गया हैl
सारणी 1 :
बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं का समायोजन स्तर
श्रेणी |
शिक्षिकाओं की संख्या |
माध्य |
मानक विचलन |
विषमता |
ककुदता |
कुल |
200 |
432.57 |
66.947 |
-.533 |
.626 |
सारणी – 1 से स्पष्ट है कि
वितरण के माध्य, मानक विचलन, विषमता तथा
ककुदता के मान क्रमशः 432.57, 66.947, -.533 तथा .626 हैl अतः वितरण को ऋणात्मक रूप से तिरछा पाया
गयाl इससे यह ज्ञात होता है कि अधिकतर
शिक्षिकाओं द्वारा औसत प्राप्तांको से अधिक अंक अर्जित किये गए हैl ककुदता
के मान .626 से स्पष्ट है कि वितरण लेप्टोकर्टिक अर्थात् वक्र
का शीर्ष सामान्य वक्र से ऊंचा हैl
सारणी – 2: माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत
शिक्षिकाओं में समायोजन स्तर का विवरण
क्र0 सं0 |
समायोजन का स्तर |
शिक्षिकाओं की संख्या |
प्रतिशत |
1. |
अत्यंत न्यून
स्तर |
7 |
3.5% |
2. |
न्यून स्तर |
33 |
16.5% |
3. |
औसत स्तर |
98 |
49% |
4. |
उत्तम स्तर |
58 |
29% |
5. |
अति उत्तम स्तर |
4 |
2% |
कुल योग |
200 |
100 % |
सारणी – 2 की प्रविष्टियों से स्पष्ट है कि माध्यमिक
विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं में से 3.5% (7 शिक्षिकाओं)
में सम्पूर्ण समायोजन का अत्यंत न्यून
स्तर, 16.5% (33 शिक्षिकाओं) में न्यून स्तर, 49% (98 शिक्षिकाओं) में औसत स्तर, 29 % (58 शिक्षिकाओं)
में उत्तम स्तर तथा 2% (4
शिक्षिकाओं) में अति उत्तम स्तर पाया गयाl कुल
मिलाकर अधिकतर शिक्षिकाओं में सम्पूर्ण समायोजन का औसत स्तर पाया गया (चित्र -1 )l
बागेश्वर
जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं का उनकी आयु, शिक्षण अनुभव
तथा विद्यालय के प्रकार आदि के विशेष सन्दर्भ में समायोजन स्तर
बागेश्वर
जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं का उनकी आयु, शिक्षण अनुभव
तथा विद्यालय के प्रकार के विशेष सन्दर्भ में समायोजन स्तर ज्ञात करने हेतु माध्य,
मानक विचलन, विषमता तथा ककुदता का
प्रयोग किया गयाl
सारणी-
3 : बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में
कार्यरत शिक्षिकाओं का उनकी आयु, शिक्षण अनुभव तथा विद्यालय के प्रकार आदि के
विशेष सन्दर्भ में समायोजन स्तर
श्रेणी |
शिक्षिकाओं की संख्या |
माध्य |
मानक विचलन |
विषमता |
ककुदता |
|
आयु |
(25-40)
आयु वर्ग |
147 |
432.93 |
70.035 |
-.566 |
.581 |
40
वर्ष से अधिक आयु वर्ग |
53 |
431.60 |
58.129 |
-.380 |
.562 |
|
शिक्षण
अनुभव |
(0-10)
वर्ष |
129 |
433.73 |
68.676 |
-.324 |
-.201 |
10
वर्ष से अधिक |
71 |
430.48 |
64.109 |
-1.036 |
2.703 |
|
विद्यालय
का प्रकार |
शासकीय
माध्यमिक विद्यालय |
100 |
428.07 |
47.438 |
-.038 |
.536 |
निजी माध्यमिक विद्यालय |
100 |
437.08 |
81.961 |
-.694 |
.018 |
सारणी- 3 में बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में
कार्यरत शिक्षिकाओं के अध्ययन में ली गई समस्त श्रेणियों के समायोजन प्राप्तांको
के माध्य, मानक विचलन, विषमता तथा ककुदता को
प्रदर्शित किया गया है, जिनका श्रेणीवार विवरण निम्नलिखित है –
1) शिक्षिकाओं
की आयु तथा विद्यालय के प्रकार पर
आधारित वितरण को ऋणात्मक रूप से तिरछा पाया गया अर्थात् अधिकतर शिक्षिकाओं
द्वारा औसत प्राप्तांको से अधिक अंक अर्जित किये गए हैl साथ ही कम शिक्षण अनुभव
वाली शिक्षिकाओं के
प्राप्तांको पर आधारित वितरण (प्लैटीकर्टिक ) को छोड़कर शेष सभी प्रकार के वितरणों हेतु प्राप्त ककुदता
के मान से वितरण के लेप्टोकर्टिक अर्थात् वक्र
के शीर्ष के सामान्य वक्र से ऊंचे होने की पुष्टि होती हैl
बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में
कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन की आयु, शिक्षण अनुभव तथा विद्यालय के प्रकार के
सन्दर्भ में तुलना
अध्ययन में ली गई समस्त श्रेणियों यथा- आयु, शिक्षण अनुभव तथा
विद्यालय के प्रकार के आधार
पर बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन की
तुलना हेतु टी- परीक्षण का प्रयोग किया गया हैl
सारणी - 4: आयु
के आधार पर बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन
की तुलना
श्रेणी |
N |
M |
SD |
t |
df |
सार्थकता |
(25-40)
आयु वर्ग |
147 |
432.93 |
70.035 |
.123 |
198 |
.05
स्तर पर सार्थक नहीं |
40
वर्ष से अधिक आयु वर्ग |
53 |
431.60 |
58.129 |
सारणी- 4 से प्राप्त टी-मान को .05 सार्थकता स्तर
पर सार्थक नहीं पाया गयाl अतः शिक्षिकाओं की आयु के आधार पर शून्य परिकल्पना “H01:
माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर में कोई सार्थक अंतर
नहीं होता है” स्वीकृत की गईl आयु के आधार पर शिक्षिकाओं के
समायोजन प्राप्तांको के माध्य तथा मानक विचलन के मान भी लगभग समान पाये गए
(चित्र-2)l
सारणी - 5 : शिक्षण
अनुभव के आधार पर बागेश्वर जनपद के
माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन की तुलना
श्रेणी |
N |
M |
SD |
t |
df |
सार्थकता |
(0-10)
वर्ष |
129 |
433.73 |
68.676 |
.328 |
198 |
.05
स्तर पर सार्थक नहीं |
10
वर्ष से अधिक |
71 |
430.48 |
64.109 |
सारणी - 5 से प्राप्त टी-मान
को .05 सार्थकता स्तर पर सार्थक नहीं पाया गयाl अतः शिक्षिकाओं के शिक्षण अनुभव के
आधार पर शून्य परिकल्पना “H01:
माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर में कोई सार्थक अंतर
नहीं होता है” को स्वीकृत किया जाता हैl शिक्षण
अनुभव के आधार पर शिक्षिकाओं के समायोजन प्राप्तांको के माध्य तथा मानक विचलन के
मान भी लगभग समान पाये गए (चित्र-3)l
सारणी– 6 : विद्यालय के प्रकार के आधार पर बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों
में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन की तुलना
श्रेणी |
N |
M |
SD |
t |
df |
सार्थकता |
शासकीय
माध्यमिक विद्यालय |
100 |
428.07 |
47.438 |
-.951 (
समान प्रसरण न मानते हुए ) |
158.637 (
समान प्रसरण न मानते हुए ) |
.05
स्तर पर सार्थक नहीं |
निजी माध्यमिक विद्यालय |
100 |
437.08 |
81.961 |
सारणी- 6 से प्राप्त टी-मान को .05 सार्थकता स्तर
पर सार्थक नहीं पाया गयाl अतः शिक्षिकाओं के विद्यालय के प्रकार के आधार पर
शून्य परिकल्पना “H01:
माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर में कोई सार्थक अंतर
नहीं होता है” को स्वीकृत किया जाता हैl
विद्यालय के प्रकार के आधार पर शिक्षिकाओं के समायोजन प्राप्तांको के माध्य
तथा मानक विचलन के मान भी लगभग समान पाये गए (चित्र-4)l
निष्कर्ष- प्रस्तुत
अध्ययन के परिणाम निम्नलिखित है-
1.
बागेश्वर
जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत अधिकतर (49 प्रतिशत)
विद्यालयी शिक्षिकाओं में औसत स्तर का समायोजन देखा गयाl
2. विद्यालयी
शिक्षिकाओं के समायोजन के मध्य उनकी आयु, शैक्षिक स्तर, पद, शिक्षण अनुभव तथा विद्यालय के प्रकार के विशेष
सन्दर्भ में कोई सार्थक अंतर नहीं पाया गयाl
उपसंहार
–
उपरोक्त
अध्ययन से ज्ञात होता है कि अधिकांश शिक्षिकाओं
में समायोजन का औसत स्तर देखा गयाl
साथ ही शिक्षिकाओं के समायोजन के मध्य उनकी आयु, शैक्षिक स्तर, पद, शिक्षण
अनुभव तथा विद्यालय के प्रकार के विशेष सन्दर्भ में कोई सार्थक अंतर नहीं पाया
गयाl अध्ययन के निष्कर्ष बागेश्वर जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत
शिक्षिकाओं के समायोजन स्तर को ज्ञात करने में सहायक होंगे
सन्दर्भ-
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दीपिका नेगी
असिस्टेंट प्रोफेसर
शिक्षाशास्त्र ( स्व0 चन्द्र सिंह शाही रा0स्ना0 महाविद्यालय कपकोट, बागेश्वर)
प्रो0 भीमा मनराल
विभागाध्यक्ष, शिक्षा संकाय, एस0 एस0 जे0 परिसर अल्मोड़ा
अपनी माटी (ISSN 2322-0724 Apni Maati) अंक-41, अप्रैल-जून 2022 UGC Care Listed Issue
सम्पादक-द्वय : माणिक एवं जितेन्द्र यादव, चित्रांकन : सत्या सार्थ (पटना)
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