अपनी माटी : एक परिचय
- नवम्बर, 2009 से ही संचालित साहित्यिक ई-पत्रिका Online Journal है।
- अप्रैल, 2013 से ही ई- ISSN कोड ISSN 2322-0724 Apni Maati आवंटित हो चुका है।
- जून,2020 में प्रकाशित अंक 32 से ही 'समकक्ष व्यक्ति समीक्षित जर्नल' (PEER REVIEWED/REFEREED JOURNAL) के रूप में प्रकाशित हो रही है।
- यह कला, साहित्य, रंगकर्म, सिनेमा, समाज, संगीत, पर्यावरण से जुड़े शोध, निबंध, साक्षात्कार, आलेख, सहित तमाम विधाओं में समाज-विज्ञान और साहित्य से सम्बद्ध रचनाएँ छपने और पढ़ने हेतु एक मंच है।
- यह पत्रिका केवल हिंदी भाषा में प्रकाशित होती है।
- यह पत्रिका प्रिंट फॉर्म में(हार्ड कोपी) में नहीं छपती है।
- हम अपनी पत्रिका का पीडीऍफ़ वर्जन भी नहीं छापते हैं।
- अंक छपने पर प्रत्येक रचना का अलग-अलग लिंक लेखक के साथ शेयर किया जाता है और लिंक में ही अंत में लिखी संख्या उस रचना का पृष्ठ संख्या माना जाता है। पूरा अंक एक साथ पुस्तकाकार रूप में नहीं छापा जाता है न ही पीडीऍफ़ के रूप में शेयर किया जाता है।
- हमारी पत्रिका का इम्पेक्ट फेक्टर क्रमांक जारी नहीं करवाया है।
- पत्रिका का प्रकाशन 'अपनी माटी संस्थान चित्तौड़गढ़' ( पंजीयन संख्या 50 /चित्तौड़गढ़/2013 ) के द्वारा किया जाता है।
- पहले सम्पादक अशोक जमनानी थे। फिर जितेन्द्र यादव हुए और अब जितेन्द्र के साथ माणिक भी शामिल हैं।
- हम इस बैनर के तहत भविष्य में जनपक्षधर विचारों को पोषित करने वाले आयोजनों में कविता कार्यशाला, रंगमंचीय प्रदर्शन, थिएटर कार्यशाला, प्रतिरोध से जुड़े फिल्म फेस्टिवल, कहानी-उपन्यास से सम्बद्ध संगोष्ठियाँ, राष्ट्रीय सेमीनार आदि को अंजाम देने का मन रखते हैं।
- गौरतलब है कि हमारे साथी इस संस्थान को पूरी तरह से गैर-सरकारी और गैर-व्यावसायिक नज़रिए के साथ आगे बढ़ा रहे हैं।
- जुलाई 2021 से UGC CARE Approved Journal है। Multi Disciplinary श्रेणी में क्रम संख्या 1 पर दर्ज है।
- इससे पहले भी अंक संख्या पच्चीस और छब्बीस यूजीसी केयर लिस्टेड अंक थे।
- हमारा वाट्स Channel 'Apni Maati E-Magazine'
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सभी कानूनी विवादों के लिये क्षेत्राधिकार चित्तौड़गढ़, राजस्थान होगा। प्रकाशित सभी सामग्री के विषय में किसी भी कार्यवाही हेतु संचालक/संचालकों का सीधा उत्तरदायित्त्व नही है अपितु लेखक उत्तरदायी है। आलेख की विषयवस्तु से संचालक की सहमति/सम्मति अनिवार्य नहीं है। यदि कोई भी असंवैधानिक सामग्री प्रकाशित हो जाती है तो वह तुंरत प्रभाव से हटा दी जाएगी। पाठक कोई भी आपत्तिजनक सामग्री पाते हैं तो तत्काल सूचित करिएगा।
'अपनी माटी'
( साहित्य और समाज का दस्तावेज़ीकरण )
'UGC Care Approved Journal'
चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) से प्रकाशित ई-पत्रिका
( ISSN 2322-0724 Apni Maati )
माणिक व जितेन्द्र यादव
सम्पादक-द्वय
सम्पादकीय / पंजीकृत कार्यालय
कंचन-मोहन हाऊस,1, उदय विहार, महेशपुरम रोड़, चित्तौड़गढ़-312001,राजस्थान
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जवाब देंहटाएंhttps://www.whatsapp.com/channel/0029VaE5MLJJpe8cP0u8yW2A
जवाब देंहटाएंसम्मान्य संपादक, नेह नमन। मैं सेवानिवृत्त अध्यापक और हिंदी लेखक हूँ। पत्र- पत्रिकायें, पुस्तक पढ़ने की रुचि के चलते मैं पत्रिकाओं के सदस्यता शुल्क भेजता हूँ। मुझे आपके प्रकाशन संस्थान के नियमों का ज्ञान न था। यह ज्ञान शुल्क भेजने पर ही हुआ। मैंने अपना कथेतर संस्मरण भेज ही दिया है, तो अपने नियमों की पाबंदी के चलते कभी प्रकाशित नहीं करेंगे। मुझे कोई खेद नहीं। अवसान का समय आसन्न है। कई संस्मरण पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। नियमों के निर्वाह को प्राथमिकता दे मेरा संस्मरण अस्वीकृत कर सकते हैं किंतु मुझे पत्रिका पढ़वाने के लिये लिंक अवश्य भेजते रहें। मेरा ईमेल है- devendra kpathak.dp@gmail.com यदि अच्छा लगे तो आप संस्मरण प्रकाशित कर सकते हैं।सस्नेह
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