आगामी विशेषांक
अतिथि सम्पादक
प्रोफ़ेसर एवं विभागाध्यक्ष, चित्रकला विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर
सम्पर्क : 9413346213
संदीप कुमार मेघवाल
सहायक आचार्य, दृश्यकला विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद
सम्पर्क : 9024443502, sandeepart01@gmail.com
स्वीकृत आलेखों की अनंतिम(Semi Final) सूची
शास्त्रीय परम्परा
1.
भारतीय लोक संस्कृति में शगुन प्रतीक चिन्हों की अवधारणा / शकुंतला महावर, जयपुर
2.
पिछवाई चित्रों में समय के साथ हुए परिवर्तन / पुष्कर लौहार, उदयपुर
3.
आदिम कला का अमूर्तवादी दृष्टिकोण / शेरिल गुप्ता, राजस्थान
विश्विद्यालय
4.
भारतीय लोक चित्रकला
का समकालीन तंत्र चित्रकला पर प्रभाव / अभिषेक चौरसिया, नागपुर
5.
भारतीय पौराणिक साहित्य
में चित्रकला का उल्लेख / जगदीश प्रसाद
मीणा
6.
भारतीय शास्त्रीय चित्रकला में नव-शास्त्रीयता के बीज
/ संदीप कुमार मेघवाल एवं दिव्या
त्रिपाठी, प्रयागराज
7.
श्रृंगार और विरह के
प्रतीकात्मक भावों का तुलनात्मक अध्ययन : रसिकप्रिया के संदर्भ में
/ श्रेया शर्मा,बीना जैन
8.
लिखित आख्यान
और चित्र: भारतीय
चित्रकला में लिखित आख्यानों
के सौंदर्य संबंधी
पहलुओं की खोज
/ प्रतिमा, जामिया मिलिया इस्लामिया,
नई दिल्ली
9.
राजस्थानी आराइश की चित्रण विधि: एक परिचय / कमल मीणा, जयपुर
सौन्दर्य
मान
10.
सौन्दर्यशास्त्रीय
परम्परा में आधुनिक कलागत विचार, / अचल
अरविन्द, कोटा
11. अमूर्त कला का आध्यात्मिक उन्मेष / अमित कल्ला, जयपुर
12.
नरक की अवधारणा और दृश्यगत अभिव्यक्ति / शाहिद परवेज,
उदयपुर
समानान्तर कला
13. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में समकालीन राष्ट्रवादी कला का प्रभाव / सदाय
चन्द्र दास, असम
14.
समसामयिक कला प्रवृत्तियां और कला समीक्षा / स्वाति लोढा एवं मदन सिंह राठौड़, उदयपुर
15.
भारतीय समकालीन महिला कलाकारों की कला में
प्रयोगशीलता के स्वर / अर्चना रानी, मेरठ
16.
भारतीय समकालीन चित्रकला
में सामाजिक दृष्टिकोण और उसकी प्रयोगात्मक दिशा / प्रशांत कुवर एवं शिवानंद बंटानूर, कर्णाटक
17.
उत्तर प्रदेश के कला में
क्षेत्रीय कला केंद्र लखनऊ का योगदान / त्रिभुवन,
खेरागढ़
18.
दृश्य कला का समकालीन
परिदृश्य एवं प्रयोगवादी प्रिवृतियाँ / लोकेश जैन एवं चानण
मल
19. समकालीन
कला में संकेत, प्रतिरूप और व्यवस्था / निधि
शर्मा, जयपुर
20. कोच्चि-मुजिरिस बिनाले: संस्कृति और रचनात्मकता का कैनवास / कुमुदिनी
भरावा, उदयपुर
मूर्तिकला
21.
चित्तौड़गढ़ दुर्ग के
स्थापत्य परिदृश्य में गणेश प्रतिमाओं का स्थान और संदर्भ / संजय कुमार
मोची एवं लक्ष्मण लाल सरगडा
छापाचित्रण
22. भारतीय छापाकला में मेज़ोटिन्ट कला का महत्त्व / चंद्रशेखर वाग्मारे, नागपुर
23. ललिता लाजमी की प्रिंटमेकिंग कला: अंतर्दृष्टि, अभिव्यक्ति और योगदान की विस्तृत यात्रा / सुनिल बाबासाहेब निंगुळे, कर्णाटक
कला शिक्षा
24.
नई शिक्षा नीति में कला का
स्थान / मोहन लाल जाट, उदयपुर
25.
कला शिक्षा के रिश्तों पर पुनर्विचार:
कितना
समीचीन / राजेन्द्र प्रसाद, जयपुर
26.
कला और शिक्षा का परस्पर संबंध:
उनके अंतर्संबंधों का एक व्यापक विश्लेषण /
अभिषेक भट्टाचार्य, कोलकाता
वैश्विक कला दर्शन
27.
वैश्विक कला परिदृश्य में भारतीय दृश्य कला की
अवस्थिति
/ विजय
धोरे, गुरुचरण सिंह, एवं लक्की टांक, हैदराबाद
28.
वैश्विक कला परिदृश्य में
भारतीय नारी सौन्दर्य : किशनगढ़ चित्र शैली के सन्दर्भ में / महेश कुमावत, किशनगढ़
29.
उत्तरप्रदेश में समकालीन कला की प्रिवृतियाँ और उनका
वैश्विक प्रभाव / जूही यादव, संदीप
कुमार मेघवाल, प्रयागराज
नए विधि विधान
30.
समकालीन कला
में एक माध्यम के
रूप में कागज की
खोज तकनीक, सौंदर्यशास्त्र और अभिव्यक्ति
/ नैना सोमानी, उदयपुर
31. डिजिटल कला में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और
मशीन लर्निंग (ML) का उपयोग / रितेश जोशी, मनीष कुमार
भट्ट
32. ग्रामीण
भारत में महिला सशक्तिकरण पर सामाजिक विज्ञापन का प्रभाव, एक
सर्वेक्षणात्मक अध्ययन / ऐश्वर्या जायसवाल,
दिल्ली विश्विद्यालय
33.
समकालीन कला का नया माध्यम / वीडियो आर्ट
/ सूरज सोनी, उदयपुर
34. दृश्य कला में
नए रुझान और रंग योजनाएँ / मनोज कुमार,
गुरुग्राम हरियाणा
साक्षात्कार
35. समकालीन
कला में युवा उपस्थिति / चेतन
औदिच्य, उदयपुर
36. कागज़ और
कलम का रिश्ता, जो रोशनाई से रोशन है हरिशंकर
बालोठिया सेसुरेश चंद्र जाँगिड़ की बातचीत / सुरेश चन्द्र जांगिड, बनारस
37. चित्रकला में शारीरिक भाषा, भाव / भंगिमा
की अभिव्यक्ति के सन्दर्भ में कला विशेषज्ञों से चर्चा / सचिन सैनी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
38. मारिना अब्रामोविच की परफ़ॉर्मेंस कला में मौन की भूमिका: तीन प्रतिष्ठित
कृतियों के माध्यम से उनकी कार्यप्रणाली का अध्ययन / बिलासेंदु
शिल एवं स्वप्ना बिस्वास
39. कलाकार रामकुमार के चित्रों की अभिव्यक्ति /
विकास चन्द्र, खेरागढ
40. श्याम पाण्डुलिप कुमावत की कला शैली एक : अनोखा संयोजन / रितिका कुमारी, बनस्थली
41. प्रमुख समकालीन दृश्य कलाकार: अमूर्त चित्रकार श्री प्रकाश बाल जोशी / मधु सिंह, बनस्थली
42. गोपालस्वामी
खेतांची के चित्रों में नारीत्व सौन्दर्य / रवि प्रसाद कोली, जयपुर
43.
दृश्य कला का समकालीन
भारतीय परिप्रेक्ष्य : कलाकार
हर्षवर्धन शर्मा की मुखाकृतियों के संदर्भ में /
प्रीती कौशल एवं जयपुर वनस्थली
44. रामगोपाल विजयवर्गीय के चित्र सृजन में नारी सौन्दर्य का रूपांकन / सुनिता मीणा, राजस्थान
विश्वविद्यालय, जयपुर
कला यात्रा वृतांत
45. मिस्र के
कालातीत रहस्यों की अविस्मरणीय यात्रा / दीपिका माली, उदयपुर
( प्रूफ रीडिंग का काम जारी है और अंक प्रकाशन की संभावित तिथि 15/12/2024 है )---------------------------------------------------------------------(नोट : विशेषांक के बारे में केवल अतिथि संपादक से सम्पर्क : sandeepart01@gmail.com पर ही संवाद करिएगा. )
शास्त्रीय परम्परा
1.
भारतीय लोक संस्कृति में शगुन प्रतीक चिन्हों की अवधारणा / शकुंतला महावर, जयपुर
2.
पिछवाई चित्रों में समय के साथ हुए परिवर्तन / पुष्कर लौहार, उदयपुर
3.
आदिम कला का अमूर्तवादी दृष्टिकोण / शेरिल गुप्ता, राजस्थान
विश्विद्यालय
4.
भारतीय लोक चित्रकला
का समकालीन तंत्र चित्रकला पर प्रभाव / अभिषेक चौरसिया, नागपुर
5.
भारतीय पौराणिक साहित्य
में चित्रकला का उल्लेख / जगदीश प्रसाद
मीणा
6.
भारतीय शास्त्रीय चित्रकला में नव-शास्त्रीयता के बीज
/ संदीप कुमार मेघवाल एवं दिव्या
त्रिपाठी, प्रयागराज
7.
श्रृंगार और विरह के
प्रतीकात्मक भावों का तुलनात्मक अध्ययन : रसिकप्रिया के संदर्भ में
/ श्रेया शर्मा,बीना जैन
8.
लिखित आख्यान
और चित्र: भारतीय
चित्रकला में लिखित आख्यानों
के सौंदर्य संबंधी
पहलुओं की खोज
/ प्रतिमा, जामिया मिलिया इस्लामिया,
नई दिल्ली
9.
राजस्थानी आराइश की चित्रण विधि: एक परिचय / कमल मीणा, जयपुर
सौन्दर्य मान
10.
सौन्दर्यशास्त्रीय
परम्परा में आधुनिक कलागत विचार, / अचल
अरविन्द, कोटा
11. अमूर्त कला का आध्यात्मिक उन्मेष / अमित कल्ला, जयपुर
12.
नरक की अवधारणा और दृश्यगत अभिव्यक्ति / शाहिद परवेज,
उदयपुर
समानान्तर कला
13. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में समकालीन राष्ट्रवादी कला का प्रभाव / सदाय
चन्द्र दास, असम
14.
समसामयिक कला प्रवृत्तियां और कला समीक्षा / स्वाति लोढा एवं मदन सिंह राठौड़, उदयपुर
15.
भारतीय समकालीन महिला कलाकारों की कला में
प्रयोगशीलता के स्वर / अर्चना रानी, मेरठ
16.
भारतीय समकालीन चित्रकला
में सामाजिक दृष्टिकोण और उसकी प्रयोगात्मक दिशा / प्रशांत कुवर एवं शिवानंद बंटानूर, कर्णाटक
17.
उत्तर प्रदेश के कला में
क्षेत्रीय कला केंद्र लखनऊ का योगदान / त्रिभुवन,
खेरागढ़
18.
दृश्य कला का समकालीन
परिदृश्य एवं प्रयोगवादी प्रिवृतियाँ / लोकेश जैन एवं चानण
मल
19. समकालीन
कला में संकेत, प्रतिरूप और व्यवस्था / निधि
शर्मा, जयपुर
20. कोच्चि-मुजिरिस बिनाले: संस्कृति और रचनात्मकता का कैनवास / कुमुदिनी
भरावा, उदयपुर
मूर्तिकला
21.
चित्तौड़गढ़ दुर्ग के
स्थापत्य परिदृश्य में गणेश प्रतिमाओं का स्थान और संदर्भ / संजय कुमार
मोची एवं लक्ष्मण लाल सरगडा
छापाचित्रण
22. भारतीय छापाकला में मेज़ोटिन्ट कला का महत्त्व / चंद्रशेखर वाग्मारे, नागपुर
23. ललिता लाजमी की प्रिंटमेकिंग कला: अंतर्दृष्टि, अभिव्यक्ति और योगदान की विस्तृत यात्रा / सुनिल बाबासाहेब निंगुळे, कर्णाटक
कला शिक्षा
24.
नई शिक्षा नीति में कला का
स्थान / मोहन लाल जाट, उदयपुर
25.
कला शिक्षा के रिश्तों पर पुनर्विचार:
कितना
समीचीन / राजेन्द्र प्रसाद, जयपुर
26.
कला और शिक्षा का परस्पर संबंध:
उनके अंतर्संबंधों का एक व्यापक विश्लेषण /
अभिषेक भट्टाचार्य, कोलकाता
वैश्विक कला दर्शन
27.
वैश्विक कला परिदृश्य में भारतीय दृश्य कला की
अवस्थिति
/ विजय
धोरे, गुरुचरण सिंह, एवं लक्की टांक, हैदराबाद
28.
वैश्विक कला परिदृश्य में
भारतीय नारी सौन्दर्य : किशनगढ़ चित्र शैली के सन्दर्भ में / महेश कुमावत, किशनगढ़
29.
उत्तरप्रदेश में समकालीन कला की प्रिवृतियाँ और उनका
वैश्विक प्रभाव / जूही यादव, संदीप
कुमार मेघवाल, प्रयागराज
नए विधि विधान
30.
समकालीन कला
में एक माध्यम के
रूप में कागज की
खोज तकनीक, सौंदर्यशास्त्र और अभिव्यक्ति
/ नैना सोमानी, उदयपुर
31. डिजिटल कला में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और
मशीन लर्निंग (ML) का उपयोग / रितेश जोशी, मनीष कुमार
भट्ट
32. ग्रामीण
भारत में महिला सशक्तिकरण पर सामाजिक विज्ञापन का प्रभाव, एक
सर्वेक्षणात्मक अध्ययन / ऐश्वर्या जायसवाल,
दिल्ली विश्विद्यालय
33.
समकालीन कला का नया माध्यम / वीडियो आर्ट
/ सूरज सोनी, उदयपुर
34. दृश्य कला में
नए रुझान और रंग योजनाएँ / मनोज कुमार,
गुरुग्राम हरियाणा
साक्षात्कार
35. समकालीन
कला में युवा उपस्थिति / चेतन
औदिच्य, उदयपुर
36. कागज़ और
कलम का रिश्ता, जो रोशनाई से रोशन है हरिशंकर
बालोठिया सेसुरेश चंद्र जाँगिड़ की बातचीत / सुरेश चन्द्र जांगिड, बनारस
37. चित्रकला में शारीरिक भाषा, भाव / भंगिमा
की अभिव्यक्ति के सन्दर्भ में कला विशेषज्ञों से चर्चा / सचिन सैनी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
38. मारिना अब्रामोविच की परफ़ॉर्मेंस कला में मौन की भूमिका: तीन प्रतिष्ठित
कृतियों के माध्यम से उनकी कार्यप्रणाली का अध्ययन / बिलासेंदु
शिल एवं स्वप्ना बिस्वास
39. कलाकार रामकुमार के चित्रों की अभिव्यक्ति /
विकास चन्द्र, खेरागढ
40. श्याम पाण्डुलिप कुमावत की कला शैली एक : अनोखा संयोजन / रितिका कुमारी, बनस्थली
41. प्रमुख समकालीन दृश्य कलाकार: अमूर्त चित्रकार श्री प्रकाश बाल जोशी / मधु सिंह, बनस्थली
42. गोपालस्वामी
खेतांची के चित्रों में नारीत्व सौन्दर्य / रवि प्रसाद कोली, जयपुर
43.
दृश्य कला का समकालीन
भारतीय परिप्रेक्ष्य : कलाकार
हर्षवर्धन शर्मा की मुखाकृतियों के संदर्भ में /
प्रीती कौशल एवं जयपुर वनस्थली
44. रामगोपाल विजयवर्गीय के चित्र सृजन में नारी सौन्दर्य का रूपांकन / सुनिता मीणा, राजस्थान
विश्वविद्यालय, जयपुर
कला यात्रा वृतांत
45. मिस्र के
कालातीत रहस्यों की अविस्मरणीय यात्रा / दीपिका माली, उदयपुर