अनुक्रमणिका
सम्पादकीय
- तनुजा सिंह एवं संदीप कुमार मेघवाल
लोक
एवं शास्त्रीय परम्परा
1.
भारतीय
लोक संस्कृति में शगुन प्रतीक चिन्हों की अवधारणा / शकुंतला
महावर
2.
पिछवाई चित्रण में युगांतर बदलते प्रतिमान / पुष्कर लौहार
3.
नरक की अवधारणा और दृश्यगत अभिव्यक्ति / शाहिद परवेज
4.
आदिम
कला का अमूर्तवादी दृष्टिकोण / शेरिल गुप्ता
5.
भारतीय पौराणिक साहित्य में चित्रकला का उल्लेख / जगदीश प्रसाद मीणा
6.
भारतीय शास्त्रीय चित्रकला में नव-शास्त्रीयता के बीज/संदीप कुमार मेघवाल एवं दिव्या त्रिपाठी
7.
श्रृंगार और विरह के प्रतीकात्मक भावों का तुलनात्मक
अध्ययन : रसिकप्रिया के संदर्भ में/श्रेया शर्मा एवं बीना जैन
8.
लिखित आख्यान और चित्र: भारतीय चित्रकला में लिखित आख्यानों
के सौंदर्य संबंधी पहलुओं की खोज/प्रतिमा
9.
रामगोपाल विजयवर्गीय के चित्र सृजन में नारी सौन्दर्य का
रूपांकन/सुनिता मीणा
10.
चित्तौड़गढ़ दुर्ग के स्थापत्य परिदृश्य में गणेश प्रतिमाओं
का स्थान और संदर्भ/संजय कुमार मोची एवं
लक्ष्मण लाल सरगडा
सौन्दर्य
मान
11.
अमूर्त कला का आध्यात्मिक उन्मेष/अमित कल्ला
12.
सौन्दर्यशास्त्रीय परम्परा में आधुनिक कलागत विचार/अचल अरविन्द
13.
सैयद हैदर रज़ा बिन्दुवाद का सौन्दर्यबोध/रमेश मीणा
समानान्तर
कला
14.
समकालीन कला में युवा उपस्थिति/चेतन औदिच्य
15.
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में समकालीन राष्ट्रवादी कला का
प्रभाव/सदाय चन्द्र दास
16.
समसामयिक कला प्रवृत्तियां और कला समीक्षा/स्वाति लोढा एवं मदन सिंह
राठौड़
17.
भारतीय भूमि लोक चित्रण का समकालीन
तंत्र चित्रकला पर प्रभाव/अभिषेक चौरसिया एवं किशोर इंगले
18.
भारतीय समकालीन महिला कलाकारों की कला में प्रयोगशीलता के
स्वर/अर्चना रानी
19.
भारतीय समकालीन चित्रकला में सामाजिक दृष्टिकोण और उसकी
प्रयोगात्मक दिशा/प्रशांत कुवर एवं शिवानंद बंटानूर
20.
स्वाधीन
भारत में आधुनिक कला की नई परिभाषा गढ़ते अग्रणी दृश्य कलाकार/अनिता यादव एवं आई. यू. खान
21.
उत्तर प्रदेश के कला में क्षेत्रीय कला केंद्र लखनऊ का
योगदान/त्रिभुवन
22.
दृश्य कला का समकालीन परिदृश्य एवं प्रयोगवादी प्रवृतियाँ/चानण मल एवं लोकेश जैन
23.
राजस्थान की समसामयिक कला में आराइश की चित्रण विधि एक परिचय/कमल मीना
24.
समकालीन कला में संकेत, प्रतिरूप और व्यवस्था/निधि शर्मा
25.
कला में सामग्रियों का नव विनियोग/रमाकांत
26.
कोच्चि-मुजिरिस बिनाले: संस्कृति और रचनात्मकता का कैनवास/कुमुदिनी भरावा
छापाचित्रण
27.
के. लक्ष्मा गौड की प्रिंटमेकिंग में मौलिकता/महेश सिंह
28.
भारतीय छापाकला में मेज़ोटिन्ट कला का महत्त्व/चंद्रशेखर
वाघमारे
29.
ललिता लाजमी की प्रिंटमेकिंग कला: अंतर्दृष्टि, अभिव्यक्ति और
योगदान की विस्तृत यात्रा/सुनिल बाबासाहेब निंगुळे एवं मेघा आत्रेय पुरोहित
कला
शिक्षा
30.
नई शिक्षा नीति में कला का स्थान/मोहन लाल
जाट
31.
कला
शिक्षा के रिश्तों पर पुनर्विचार: कितना समीचीन/राजेन्द्र
प्रसाद
वैश्विक
कला दर्शन
32.
वैश्विक कला परिदृश्य में भारतीय दृश्य कला की अवस्थिति/विजय मा. ढोरे, गुरुचरण सिंह
एवं लकी टोक
33.
वैश्विक कला परिदृश्य में भारतीय नारी सौन्दर्य : किशनगढ़
चित्र शैली के सन्दर्भ में/महेश कुमार कुमावत
34.
भारतीय समकालीन दृश्यकला का वैश्विक परिदृश्य/सोनल भारद्वाज एवं कृष्ण कुंद्रा
35.
उत्तरप्रदेश में समकालीन कला की प्रवृतियाँ और उनका
वैश्विक प्रभाव/जूही यादव एवं संदीप कुमार मेघवाल
नए
विधि विधान
36.
समकालीन कला में एक माध्यम के रूप में कागज की खोज तकनीक,
सौंदर्यशास्त्र और अभिव्यक्ति/नैना सोमानी
37.
डिजिटल कला में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन
लर्निंग (ML) का उपयोग/रितेश जोशी एवं मनीष कुमार भट्ट
38.
ग्रामीण भारत में महिला सशक्तिकरण पर सामाजिक विज्ञापन का
प्रभाव, एक सर्वेक्षणात्मक अध्ययन/ऐश्वर्या जायसवाल एवं कुमार जिगीषु
39.
केनवास से डिजिटल स्क्रीन: कलात्मक अभिव्यक्ति के बदलते
आधार/सूरज सोनी
40.
दृश्य
कला में नए रुझान और रंग योजनाएँ/मनोज कुमार
साक्षात्कार/कला सर्जक
41.
कागज़ और कलम का रिश्ता, जो रोशनाई से रोशन है: हरिशंकर
बालोठिया से सुरेश चंद्र जाँगिड़ की बातचीत/सुरेश चन्द्र जांगिड
42.
चित्रकला में शारीरिक भाषा, भाव-भंगिमा एवं
अभिव्यक्ति: कला विशेषज्ञों से संवाद/सचिन
सैनी
43.
मारिना
अब्रामोविच की परफ़ॉर्मेंस कला में मौन की भूमिका: तीन प्रतिष्ठित कृतियों के माध्यम
से उनकी कार्यप्रणाली का अध्ययन/बिलासेंदु शिल एवं स्वप्ना
बिस्वास
44.
कलाकार रामकुमार के चित्रों की अभिव्यक्ति/विकास चन्द्र
45.
प्रमुख समकालीन दृश्य कलाकार: अमूर्त चित्रकार श्री
प्रकाश बाल जोशी/मधु सिंह
46.
गोपालस्वामी खेतांची के चित्रों में नारीत्व सौन्दर्य/रवि प्रसाद कोली
कला
यात्रा वृतांत
47.
मिस्र के कालातीत रहस्यों की अविस्मरणीय यात्रा/दीपिका माली
चित्र
से चलचित्र
48. चलचित्र माध्यम के विभिन्न स्वरूप/जितेंद्र माली
49. कलात्मक स्वतंत्रता का संघर्ष भारत में सेंसरशिप और प्रतिबंध/कृष्ण कुमार, वेंकट नरेश बुर्ला एवं रमन
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