अनुक्रमणिका : 'अपनी माटी' का 39वाँ अंक

अनुक्रमणिका : 'अपनी माटीका 39वाँ अंक

 सम्पादकीय 

धरोहर 

बतकही 

वैचारिकी

सिनेमा की दुनिया

पत्रकारिता के पहाड़े

संघर्ष के दस्तावेज 

हूल-जोहार 

समानांतर दुनिया 

विरासत 

लोक का आलोक

अनकहे-किस्से

दीवार के उस पार 

देशांतर 

कवितायन 

नीति-अनीति

बींद-खोतली 

अध्यापकी के अनुभव

समीक्षायन

कथेतर का कौना


   अपनी माटी (ISSN 2322-0724 Apni Maati) अंक-39, जनवरी-मार्च 2022
UGC Care Listed Issue 30 मार्च 2022 को प्रकाशित

सम्पादक-द्वय
माणिक और जितेन्द्र यादव
आवरण चित्र : संत कुमार, युवा चित्रकार, श्री गंगानगर (राजस्थान)

3 टिप्पणियाँ

  1. संपादक मण्डल को इस नए अंक के लिए हार्दिक बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  2. बेहतरीन अंक के लिए बधाई, साधुवाद।

    जवाब देंहटाएं
  3. 'अपनी माटी' हिन्दी साहित्य और समाज की बहुचर्चित वेब पत्रिका है। इस पत्रिका के प्रकाशन का प्रमुख उद्देश्य साहित्य, समाज और संस्कृति को प्रकाश में लाना है। जिस तरह से इस ई-पत्रिका का नाम 'अपनी माटी' है, उसी तरह यह पत्रिका अपनी माटी की बात करती है। जल, जंगल, जमीन की बात करती है। किसान, मजदूर की बात करती है और उस प्रत्येक तबके की बात करती है जो समाज में हाशिए पर हैं। ई-पत्रिका का नवीन 39वाँ अंक एक शानदार अंक है। यह अंक अपने कलेवर में संपूर्ण साहित्य को समेटे हुए है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह ई-पत्रिका आने वाले समय में अपने इन्ही बेहतरीन अंकों की बदौलत साहित्य और समाज की एक अतुलनीय निधि बनेगी।

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने